DEHRADUN : अंग्रेजी नववर्ष के अंतिम दिन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के तत्वावधान में आयोजित साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम के तहत सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन प्राचीन शिव-हनुमान मंदिर, घंटाघर पर किया गया। इस अवसर पर प्रांत मिलन प्रमुख बजरंग दल, विकास वर्मा ने बौद्धिक चर्चा में कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव अब भारत में धीरे-धीरे कम हो रहा है।
उन्होंने बताया कि देश का सनातनी युवा वर्ग अब अंग्रेजी नववर्ष मनाने के बजाय काशी, मथुरा, अयोध्या और दक्षिण भारत के मंदिरों में दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़ा नजर आता है। यह प्रवृत्ति भारत को विश्वगुरु के स्थान पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। युवा वर्ग आज सनातन धर्म के पदचिन्हों पर चलकर एक दुरव्यसन मुक्त भारत का निर्माण कर रहा है।
सनातनी एकजुटता और सांस्कृतिक पुनर्जागरण
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बताया कि देशभर में आज सनातनी धार्मिक गतिविधियों में उत्साह की लहर है। लाखों की संख्या में हर मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ के रूप में ऐसे साप्ताहिक मिलन केंद्र स्वयं-स्फूर्त रूप से संचालित हो रहे हैं। यह भारत के मूल सनातनी स्वरूप की ओर लौटने का संकेत है, जहां जाति-भेद को भुलाकर एकजुटता का संकल्प लिया जा रहा है।
सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ और प्रसाद वितरण
कार्यक्रम का समापन सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ और बजरंग बाण के पाठ के साथ हुआ। हनुमत सेवा समिति के संरक्षक सीमन सुरेश गुप्ता ने प्रसाद के रूप में ब्रेड पकोड़े और चाय का वितरण किया।
प्रमुख उपस्थित लोग
इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। मेयर पद के प्रत्याशी सौरभ थपलियाल ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में प्रांत सामाजिक समरसता के नवीन गुप्ता, विहिप जिला सहमंत्री विशाल चौधरी, अनिल चौहान, अनिता चौहान, प्रेम सेठ्ठी, गीता वाधवा, संदीप ठाकुर, और सचिन गुजराती जैसे प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
यह आयोजन केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकजुटता का प्रतीक भी हैं। देश में चल रहे इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल युवाओं में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन भी देखने को मिल रहा है.