आज, 19 सितम्बर, 2024 को उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार की अध्यक्षता में नये अपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु न्याय प्रक्रिया की आवश्यकताओं के अंतर्गत मशीन, उपकरण एवं संयंत्रों की आवश्यकता एवं आंकलन विषय पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, अभियोजन, न्याय विभाग और कारागार विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
अभिनव कुमार ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श कर कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए, जिनमें मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
नये आपराधिक कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने हेतु सभी थानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम से लैस किया जाएगा। निरीक्षक स्तर से लेकर मु0आरक्षी स्तर तक सभी अधिकारियों को टैबलेट, बॉडीवॉर्न कैमरा, मोबाइल क्राइम किट, फिंगर प्रिंट स्कैनर आदि उपकरण दिए जाएंगे। इन संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
थाना स्तर पर एफएसएल किट से संबंधित उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सीमावर्ती राज्यों से एफएसएल किट से संबंधित जानकारी प्राप्त की जाएगी।
प्रत्येक जिले में घटनास्थल के निरीक्षण के लिए एक मोबाइल फॉरेंसिक वैन और थाना स्तर पर मोबाइल क्राइम किट विद बाइक उपलब्ध कराई जाएगी।
न्यायालय में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए थानों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम तैयार किए जाएंगे, जिससे पुलिसकर्मियों को सुविधा होगी और समय की बचत होगी।
आम जनता के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साक्ष्य (गवाही) देने हेतु उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर आवश्यक स्थानों का चयन किया जाएगा।
विभिन्न अभियोगों से संबंधित साक्ष्यों के सुरक्षित रखरखाव हेतु प्रत्येक जिले में Evidence Management Centre स्थापित किया जाएगा, जो अभियोजन विभाग के अंतर्गत कार्य करेगा।
अभियोगों से संबंधित डेटा स्टोरेज के लिए प्रत्येक जिले में एक डेटा स्टोरेज सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।
न्यायालय द्वारा जारी ई-समन के संदर्भ में ICJS और CCTNS पोर्टल में डेटा इंटिग्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सभी विवेचकों को डिजिटल सिग्नेचर (DSC) की सुविधा प्रदान की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी विवेचक केस डायरी और चार्जशीट को इलेक्ट्रॉनिक रूप से ही न्यायालय को भेजें।
आम जनता को नये आपराधिक कानूनों की जानकारी देने के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस महत्वपूर्ण गोष्ठी में अमित सिन्हा (अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन), वी. मुरूगेशन (निदेशक सतर्कता), ए.पी. अंशुमान (अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना), रजनी शुक्ला (अपर सचिव, न्याय), केसर सिंह चौहान (अपर निदेशक, अभियोजन) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।