*INDIA CRIME न्यूज बीजेपी ने जीता केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव*
*आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को हराया
कांग्रेस का हैट्रिक बनाने का सपना टूटा*
*सीएम धामी ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया
कहा- अयोध्या, बदरीनाथ के नाम पर व्यंग्य करने वालों को जनता ने जवाब दिया*
देहरादून। बीजेपी ने उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर ली है। पार्टी की उम्मीदवार आशा नौटियाल ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनोज रावत को चुनाव में पटखनी दी है। आशा नौटियाल ने केदारनाथ उपचुनाव 5099 वोटों से जीता। आशा नौटियाल को कुल 23,130 वोट मिले। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपचुनाव में जीत पर खुशी जताई है। उन्होंने पार्टी की प्रत्याशी आशा नौटियाल को जीत पर बधाई दी है।
केदारनाथ उपचुनाव के मतों की गणना जब सुबह 8 बजे से शुरू हुई तो पहले राउंड से ही बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने लीड बना ली थी। हर राउंड में उनकी लीड बढ़ती चली गई। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत को निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह शुरू में कड़ी टक्कर देते रहे। कई बार तो त्रिभुवन सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर भी धकेल दिया। आखिरकार कांग्रेस को मनोज रावत दूसरे स्थान पर आने में सफल रहे। बहरहाल वो कभी भी बीजेपी की प्रत्याशी आशा नौटियाल को टक्कर देते नहीं दिखे। आशा नौटियाल ने आसानी से केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव जीत लिया।
भारतीय जनता पार्टी बीजेपी ने उत्तराखंड का केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव जीत लिया है। पार्टी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को एकतरफा मुकाबले में हरा दिया। हालांकि अभी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है। आशा की जीत से उत्तराखंड बीजेपी में खुशी की लहर है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रत्याशी की जीत की खुशी में पटाखे फोड़े और मिठाई बांटी।
इसी साल जुलाई में हरिद्वार जिले की मंगलौर और चमोली जिले की बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे। दोनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी जीते थे। विपक्ष ने बीजेपी की इन हार पर काफी चुटकियां ली थीं। इस बार केंदारनाथ उपचुनाव को बीजेपी और सरकार ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था। चार-चार मंत्रियों के साथ खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार कर रहे थे।
आखिर बीजेपी संगठन और सीएम धामी की मेहनत रंग लाई और पार्टी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव जीत लिया है। शनिवार सुबह 8 बजे जब वोटों की गिनती शुरू हुई तो पहले राउंट की काउंटिंग से ही बीजेपी की आशा नौटियाल ने बढ़त बना ली थी। हर राउंड में उनकी बढ़त बढ़ती चली गई। आखिर में जब 14 राउंड की मतगणना पूरी हुई तो बीजेपी की आशा नौटियाल चुनाव जीत चुकी थीं।
कांग्रेस को केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव में भी मंगलौर और बदरीनाथ सीट जैसी उम्मीद थी। उनके सभी दिग्गज नेताओं ने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में डेरा डाला था। लेकिन उनकी मेहनत रंग नहीं ला सकी। पार्टी प्रत्याशी मनोज रावत को हार का सामना करना पड़ा।
*सीएम धामी ने राष्ट्रवाद और सनातन की जीत बताया*
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ उपचुनाव की जीत पर खुशी जताई। दरअसल सीएम धामी खुद प्रचार की कमान अपने हाथ में लेकर केदारनाथ चुनाव में जुटे थे। सीएम ने केदारनाथ उपचुनाव में मिली जीत को जनता की जीत बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम का जो नव निर्माण और विकास किया ये उसकी जीत है। सीएम ने इसे विकास, राष्ट्रवाद और सनातन की जीत बताया। सीएम धामी ने कहा कि कांग्रेस ने भ्रम और क्षेत्रवाद और जातिवाद फैलाने का कार्य किया। लेकिन जनता ने उनके एजेंडे को नकार दिया। सीएम धामी ने कहा कि हम अंतिम छोर तक मौजूद व्यक्ति तक विकास कार्य पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने मातृशक्ति को जीत का धन्यवाद किया। सीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग अयोध्या, बदरीनाथ को लेकर व्यंग्य करते थे, जनता ने उनको करारा तमाचा मारा है। सीएम धामी ने इस मौके पर महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन को मिली जीत पर पीएम मोदी को बधाई दी। गौरतलब है कि केदारनाथ सीट से बीजेपी विधायक शैलारानी रावत का निधन हो गया था। इस कारण इस सीट पर उपचुनाव हुआ है।
*केन्द्र सरकार के कामों को बताया जीत का कारण*
देहरादून। केदारनाथ उपचुनाव में महत्वपूर्ण फैक्टर के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश के अंदर भाजपा सरकार जो काम कर रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए जो काम किए हैं, वो जीत एक बड़ा फैक्टर रहा है। प्रधानमंत्री के बनने के बाद उत्तराखंड राज्य में 2 लाख करोड़ की योजनाएं आई हैं। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम चल रहा है। चारधाम ऑल वेदर रोड बन रही है। केदारनाथ धाम दिव्य और भव्य केदार बन रहा है। प्रदेश में हवाई सेवाओं का विस्तार, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर, सड़कों का नवनिर्माण समेत प्रदेश में जो तमाम ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं, उसी का नतीजा रहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में जिस तरह से कम कर रहे हैं, जनता ने उसी को प्राथमिकता दी है