*INDIA CRIME NEWS तीन दर्जन अपराधों के आरोपी 25 हजार के ईनामी को भेजा जेल*
*एसटीएफ कुमाऊं, हरिद्वार पुलिस एवं सीआईयू ने संयुक्त रूप से की कार्रवाई*
रुड़की। एसटीएफ व एसएसपी हरिद्वार की ठोस लीडरशिप में हरिद्वार पुलिस को शानदार कामयाबी मिली है। कोतवाली रानीपुर, एसडीएफ कुमाऊं एवं सीआईयू की संयुक्त पुलिस टीम ने बोलेरो पिक-अप चोरी प्रकरण में 10 माह से फरार चल पच्चीस हजार के ईनामी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पांचवी पास है और उसके खिलाफ लगभग 3 दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। शातिर इनामी के तीन साथियों को कोतवाली रानीपुर पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
वांछित व ईनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाने में हरिद्वार पुलिस ने कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सधे हुए निर्देशन में लगातार प्रयास करते हुए आए दिन बड़े-बड़े अपराधियों को पकड़ा जा रहा है। इसी क्रम में हरिद्वार पुलिस ने एसटीएफ कुमाऊं के साथ मिलकर बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लगातार 10 महीनों से फरार चल रहे 25000 हजार के ईनामी को दबोच कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दस फरवरी को कोतवाली रानीपुर क्षेत्रांतर्गत ग्राम राजपुर स्थित मस्जिद के पास से असलम पुत्र असगर ने महिन्द्रा बोलेरो पिकअप होने की जानकारी पुलिस को दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले में मुकदमा दर्ज किया था प्रकरण में ठोस सुरागरसी पतारसी करते हुए कोतवाली रानीपुर पुलिस ने तीन आरोपितों जिसमें अब्दुल कादिर, गुलशान व अर्शलान उर्फ अर्श को बारह फरवरी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चुराया गया वाहन बोलेरो पिकअप बरामद करते हुए जेल भेजा गया था।
यह जानकारी चौथे अभियुक्त श्फिरोजश् को मिलते ही फिरोज लापता हो गया और लगातार पुलिस की भनक लगते ही थोड़े-थोड़े समय बाद अपने ठिकाने बदल रहा था। फिरोज की गिरफ्तारी में लगी हुई पुलिस टीमों द्वारा दिन-रात मेहनत करते हुए लगातार प्रयास किया जा रहा था। कई बार गैर प्रान्तों में संभावित स्थलों पर दबिश दी गई लेकिन आरोपी इतना शातिर था कि पुलिस की भनक लगते ही तुरंत अपना ठिकाना बदल लेता था जिस कारण इसको पकड़ना मुश्किल हो गया था। लगातार फरार रहने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने 4 दिसम्बर 2024 को 25,000 रूपये का इनाम घोषित किया गया। क्योंकि फिरोज पर लगभग तीन दर्जन मुकदमे दर्ज थे इस कारण पुलिस की हर पैंतरेबाज़ी के बारे में जानता था। इनामी फिरोज जौनपुर एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य इलाकों में भेष बदलकर, आमजन के बीच घुल मिलकर कंबल और चादरों की फेरी लगाने का काम करता था और हमेशा चौकन्ना रहता था। वांछित की तलाश में पुनः सरगर्मी से जुटी कोतवाली रानीपुर पुलिस ने सटीक सूचना मिलने पर एसटीएफ कुमांऊ व सीआईयू हरिद्वार के साथ संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए फिरोज को पीर वाला बाग, कस्बा ककरोली, मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से धर दबोचने में सफलता हासिल की।
पांचवी पास फिरोज छोटी उम्र से ही अपराध की दुनिया में प्रवेश कर गया था क्योंकि अपराधी किस्म के व्यक्तियों के संपर्क में आने व घर के आर्थिक हालात अच्छे न होने के कारण छोटी मोटी चोरियां कर लिया करता था फिर अच्छी संगत न मिलने पर धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में उतरता चले गया और चोरी की चीजों को बेचकर मिले पैसों से भांग व शराब के नशे का आदी हो गया। इनामी फिरोज आदतन अपराधी है जिस पर चोरी, डकैती, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट आदि करीब 3 दर्जन मुकदमों की लंबी चौड़ी फ़ेहरिस्त है एवं मुजफ्फरनगर उ.प्र. का हिस्ट्रीशीटर भी है। फिरोज द्वारा बताया गया कि उसके ऊपर अत्यधिक मुकदमे हैं जमानत इत्यादि में जिनकी फीस भी देनी होती है जिस कारण कोर्ट कचहरी, नशे आदि खर्चे पूरे करने के लिए चोरी इत्यादि वारदातों को अंजाम देता था।
कोतवाली रानीपुर पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भण्डारी, उप निरीक्षक अर्जुन कुमार,हैड कांस्टेबल जितेन्द्र चौधरी,कांस्टेबल हरीश राणा प्रेम सिंह, एसटीएफकुमांऊ टीम से उप निरीक्षक बृजभूषण गुरुरानी, प्रकाश भगत, हैड कांस्टेबल किशोर कुमार, रियाज अख्तर और मोहित वर्मा, सी.आई.यू. हरिद्वार निरीक्षक दिगपाल कोहली और कांस्टेबल नरेन्द्र शामिल रहे।