बुजुर्गों की सुरक्षा और उनकी भलाई का ख्याल रखना समाज की जिम्मेदारी है। इस दिशा में पोखरी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। थाना पोखरी की एक टीम ने अकेले रह रहे बुजुर्गों के घरों का दौरा किया। इस दौरे के दौरान, पुलिस ने बुजुर्गों का हालचाल लिया और उन्हें अपनी सुरक्षा के प्रति आश्वासन दिया।
*बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता*
बुजुर्गों की समस्याओं को समझना और उनके प्रति संवेदनशील होना, किसी भी समाज की खूबसूरती को दर्शाता है। कई बुजुर्ग अपनी उम्र के आखिरी पड़ाव पर होते हुए अकेलापन महसूस करते हैं। ऐसे में, पुलिस द्वारा किया गया यह कार्य न केवल उन्हें मनोबल प्रदान करता है, बल्कि यह भी बताता है कि वे अकेले नहीं हैं। पुलिसकर्मी घर-घर जाकर बुजुर्गों से बातचीत कर रहे थे, उनका हालचाल ले रहे थे, और उन्हें यह भरोसा दिला रहे थे कि किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत पड़ने पर वे बेझिझक पुलिस से संपर्क कर सकते हैं।
*सुरक्षा का आश्वासन*
पुलिस की तरफ से दिया गया सुरक्षा का आश्वासन बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है। कई बार बुजुर्ग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं, खासकर जब वे अकेले रह रहे होते हैं। पुलिस टीम ने उन्हें यह भरोसा दिलाया कि वे 24/7 उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। इसके साथ ही, बुजुर्गों को सुरक्षा संबंधी आवश्यक जानकारी और संपर्क नंबर भी प्रदान किए गए, ताकि जरूरत पड़ने पर वे तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
इस तरह के कदमों की आवश्यकता इसलिए भी है क्योंकि बुजुर्गों का सम्मान करना, उनकी देखभाल करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हर समाज का कर्तव्य है। पूर्व में समाज में जो जिम्मेदारियां परिवार और समुदाय के बड़े हिस्से के द्वारा निभाई जाती थीं, अब पुलिस द्वारा भी निभाई जा रही हैं।
इस पहल का सकारात्मक प्रभाव ना केवल बुजुर्गों पर पड़ेगा, बल्कि यह समाज के अन्य वर्गों को भी प्रेरित करेगा कि वे बुजुर्गों की भलाई में सहभागिता निभाएं।