*INDIA CRIME NEWS श्री केदारनाथ में मिलते जुलते डिजाइन का मंदिर बनाने से ब्राहमण समाज में गुस्सा*
*ब्राहमण समाज महासंघ उत्तराखण्ड ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज उठाई कार्रवाई की मांग*
*उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में बनाया गया मंदिर*
*मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की थी देश में कहीं भी नहीं बनेगी चारधामों की प्रतिमूर्ति या इन नामो की ट्रस्ट*
देहरादून। उत्तर प्रदेश में इटावा में उत्तराखण्ड में स्थित चारधाम में से श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिन की हूबहू डिजाइन वाले मंदिर बनाए जाने को लेकर ब्राहमण समाज महासंघ उत्तराखण्ड ने रोष जताते हुए प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इटावा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नेे केदारेश्वर महादेव मंदिर बनाया है। जो कि उत्तराखण्ड में स्थित भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ मंदिर के डिजाइन से मिलता जुलता बना गया है। उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया था और कैबिनेट में भी इस बात को पारित कराया था कि उत्तराखण्ड के श्री केदारनाथ समेत चारों धामें के नाम पर देश में कोई भी ट्रस्ट या मंदिर बनाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में दिल्ली के बुराडी में श्री केदारनाथ धाम नाम से मंदिर का शिलान्यास हुआ था। जिसको लेकर देश व प्रदेश में खूब बवाल हुआ था। मंदिन बनाने वालों ने केदारनाथ धाम से मिलते जुलते नाम से ट्रस्ट बनाकर दान भी लिया, तब केदारनाथ मंदिर बनाने का भी तीर्थ पुरोहित, संतो और स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध किया था। इसके बाद ही उत्तराखण्ड सरकार ने निर्णय लिया था कि चार धाम श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री धाम व श्री यमुनोत्री धाम के नाम से देश में कहीं दूसरा मंदिर या ट्रस्ट नहीं बनेगा। मंदिरों से मिलता जुलता नाम रखने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इन दौरान ब्रहामण समाज महासंघ उत्तराखण्ड ने माग की कि जनभावनाओं को देखते हुए श्रीकेदारनाथ धाम के नाम पर इटावा में बने मंदिर पर रोक लगाई जाए, साथ ही नियमों के विरुद्ध मंदिर बनने पर संबंधित संस्था को नोटिस भेजकर उचित कार्रवाई की जाए ताकि उत्तराखण्ड में स्थानीय लोगों संतों, तीर्थ पुरोहितों और देश विदेश में रहने वाले श्री केदारनाथ बाबा के लाखों करोड़ों भक्तों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
प्रदर्शन करने वालों में ब्राहमण समाज महासंघ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष रामप्रसाद गौतम शर्मा, उपाध्यक्ष मनमोहन शर्मा, समाजसेवी मनीष नयाल, महासचिव डा. बी डी शर्मा, लालचंद शर्मा, शशि शर्मा, थानेश्वर, विजेंद्र प्रसाद मंगाई, सिद्धनाथ उपाध्याय, रामप्रसाद गौतम उपाध्यक्ष, अवनीश कांत शमार्, मोहित कुकरेती व उमाशंकर शर्मा मौजूद रहे।
दिल्ली में भी श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट बनाने पर हुआ था विरोध
देहरादून। दिल्ली में श्री केदारनाथ धाम के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने का विरोध करते हुए उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत ने नाराजगी व्यक्त की थी। महापंचायत का कहना है था इस तरह से धाम के नाम पर मंदिरों की स्थापना करने से उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध धार्मों की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह के कार्य रोके नहीं गए तो वह दिल्ली जाने को मजबूर होंगे।
दिल्ली में श्री केदारनाथ दिल्ली धाम के नाम से मंदिर का भूमि पूजन किया गया था। यह केदारनाथ धाम के अस्तित्व व महत्व को कम करने का प्रयास है, जिसका चार धाम महापंचायत कड़ा विरोध करती है। इस दौरान आरोप लगा था कि व्यवसायीकरण के दौर में विश्व प्रसिद्ध चार धामों की गरिमा को कम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा यदि इस तरह के प्रयास रोके नहीं गए तो महा पंचायत को स्वयं ऐसे लोगों के विरोध में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।