*INDIA CRIME NEWS वन अग्नि सुरक्षा सप्ताह: कर्णप्रयाग में वन और पुलिस विभाग का संयुक्त कार्यशाला-वनाग्नि प्रबंधन में समन्वय पर ज़ोर*
वन अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत,नंदप्रयाग रेंज के कालेश्वर अनुभाग द्वारा वनाग्नि प्रबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला कोतवाली कर्णप्रयाग परिसर में आयोजित की गई, जिसमें वन विभाग और पुलिस विभाग के बीच विभागीय समन्वय स्थापित करने पर विशेष ज़ोर दिया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आगामी वनाग्नि सीजन से पहले दोनों विभागों के बीच सहयोग और समन्वय को मजबूत करना था ताकि वनाग्नि की घटनाओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके और उनसे होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
कार्यशाला में पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सैनी और वन क्षेत्राधिकारी हेमंत सिंह बिष्ट ने संयुक्त रूप से अधिकारियों और कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने वनाग्नि की रोकथाम और प्रबंधन के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला:-
1.वनाग्नि की सूचना प्राप्त करने के लिए ग्राम प्रहरियों की सहायता लेने पर सहमति बनी।
2.वनाग्नि के खतरे और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत, प्रत्येक स्कूल और कॉलेज में जाकर विद्यार्थियों को वनाग्नि रोकने के महत्व और ऐसे घटनाओं को कम करने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
3.पुलिस विभाग और वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा वनाग्नि जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
4.आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वनाग्नि की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए जाएंगे। ड्रोन के माध्यम से पल-पल की निगरानी संभव होगी, जिससे वनाग्नि की घटनाओं का तुरंत पता लगाया जा सकेगा और त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी।
5.वन विभाग द्वारा वनाग्नि रोकने और इसकी सूचना देने के लिए स्वयंसेवक बनाए जाएंगे। वन विभाग ने यह भी घोषणा की कि वनाग्नि काल में जो भी व्यक्ति, महिला, या गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) वन विभाग की सहायता करेंगे, उन्हें सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा।
बैठक में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्णप्रयाग देवेन्द्र सिंह रावत, वरिष्ठ उप निरीक्षक अनुरोध व्यास सहित पुलिस व वन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।